जेसीबी प्राइस फॉर लिटरेचर ने छठे संस्करण की लॉन्गलिस्ट की घोषणा

भारत में सबसे प्रतिष्ठित फिक्शन पुरस्कारों में से एक, जेसीबी प्राइस फॉर लिटरेचर ने अपने छठे संस्करण की लॉन्गलिस्ट की घोषणा की है।  लेखक और अनुवादक, श्रीनाथ पेरूर की अध्यक्षता में विभिन्न विधाओं से सम्बंधित एक प्रतिष्ठित निर्णायक मंडल द्वारा चयनित सूची को प्रकाशित किया गया है, जो निश्चित ही दुनिया भर के साहित्यिक प्रेमियों में उत्साह का संचार करेगी।  निर्णायक मंडल ने देश भर से प्राप्त हुए प्रविष्टियों को बड़े ध्यान से पढ़ा जिसमें 24 शहरों के लेखकों द्वारा अंग्रेजी समेत अलग-अलग आठ भाषाओं में लिखी साहित्यिक रचनाएँ शामिल थीं। इनमें 6 पुस्तकें मूल रूप से अंग्रेजी भाषा में लिखीं गयी थीं और चार पुस्तकें मूल रूप से बंगाली, हिंदी और तमिल भाषा में लिखी गयी 4 पुस्तकों का अंग्रेजी अनुवाद थीं। इन सभी ने लॉन्गलिस्ट में स्थान प्राप्त किया है। 

प्रतिष्ठित लेखक, मनोरंजन ब्यापारी और पेरुमल मुरुगन, जिनकी कृतियों को पहले भी पुरस्कार के लिए दो बार सूचीबद्ध किया जा चुका गया है, तीसरी बार सूची में शामिल हुए हैं, और लेखक तनुज सोलंकी दूसरी बार सूची में शामिल हुए हैं। हंसदा सोवेंद्र शेखर, जो लम्बे समय से एक लेखक के रूप में पुरस्कार के लिए सूचीबद्ध होते रहे हैं, ने इस बार श्री मनोज रूपड़ा की हिंदी पुस्तक के अनुवादक के रूप में सूची में स्थान प्राप्त किया है, यह श्री हंसदा द्वारा किसी पुस्तक का पहला अनुवाद है।

जेसीबी प्राइज फॉर लिटरेचर अवार्ड प्रतिवर्ष किसी भारतीय लेखक के  असाधारण उपन्यासों का सम्मान करता है। पांच शीर्षकों की शॉर्टलिस्ट की घोषणा 20 अक्टूबर को की जायेगी। विजेता की घोषणा 18 नवंबर को की जाएगी और उन्हें 25 लाख रुपये का नकद पुरस्कार मिलेगा। यदि विजेता कार्य अनुवाद है, तो अनुवादक को 10 लाख रुपये का अतिरिक्त नकद पुरस्कार मिलेगा। इसके अलावा, सॉर्टलिस्ट में स्थान बनाने वाले पांच लेखकों में से प्रत्येक को 1 लाख रुपये मिलेंगे; यदि चयनित  कार्य अनुवाद है, तो अनुवादक को 50,000 रुपये मिलेंगे।

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