खबर डिजिटल, भोपाल। मध्यप्रदेश में मुख्य सचिव वीरा राणा का कार्यकाल समाप्त हो गया है और इसके बाद राज्य के नए मुख्य सचिव new CS Appointed का चुनाव होना है। नए मुख्य सचिव मिलने के बाद मोहन सरकार के कामकाज में भी बदलाव देखने को मिलेगा।
डॉ राजौरा मुख्यमंत्री मोहन यादव के चाहते, भरोसेमंद और करीबी अधिकारियों में से एक है। कहां जा रहा है कि जल्द ही डॉ. राजौरा को मुख्य सचिव पद MadhyaPradesh Chief Secretary, के लिए मौका मिल सकता है। वीरा राणा के कार्यकाल के समाप्त होने के बाद प्रशासनिक स्तर पर बड़े बदलाव की संभावना है।
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सीएम के विश्वासपात्र डॉ. राजौरा को मिल सकता है मौका
डॉ. राजौरा Dr. Rajoura एक अनुभवी और काबिल अधिकारी हैं, जिन्होंने राज्य में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है और मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की नीतियों को लागू करने में अहम भूमिका निभाई है। उनकी नियुक्ति से राज्य के प्रशासनिक तंत्र में स्थिरता और अनुशासन की उम्मीद की जा रही है।
वीरा राणा का कार्यकाल और भविष्य की योजना
वीरा राणा का कार्यकाल कई महत्वपूर्ण प्रशासनिक बदलावों और निर्णयों के लिए जाना जाएगा। उन्होंने राज्य के विकास और विभिन्न सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके कार्यकाल के समाप्त होने के बाद यह देखना होगा कि वह अपने प्रशासनिक अनुभव का आगे कैसे उपयोग करते हैं।
प्रशासनिक स्तर पर बदलाव की उम्मीद
मुख्य सचिव के पद पर नए अधिकारी की नियुक्ति से प्रदेश की प्रशासनिक व्यवस्था में महत्वपूर्ण बदलाव आ सकते हैं। इस बदलाव से राज्य के प्रशासनिक दिशा-निर्देशों में परिवर्तन हो सकता है।
आधिकारिक घोषणा का इंतजार
मध्यप्रदेश मुख्य सचिव पद के लिए अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन डॉ. राजौरा का नाम सबसे आगे माना जा रहा है। राज्य के प्रशासनिक और राजनीतिक गलियारों में इस विषय पर चर्चा जोरों पर है। अब सभी की नजरें इस बात पर हैं कि मुख्यमंत्री कब और किसे इस महत्वपूर्ण पद के लिए चुनते हैं।
वीरा राणा का कार्यकाल समाप्त होने के साथ ही मध्यप्रदेश को एक नया मुख्य सचिव मिलेगा। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के विश्वासपात्र डॉ. राजौरा का नाम इस दौड़ में सबसे आगे है, और उनकी नियुक्ति से राज्य में प्रशासनिक स्थिरता और विकास की नई राह खुलने की उम्मीद है।