हरियाणा सरकार गठन : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव केंद्रीय मंत्री अमित शाह के साथ हरियाणा में विधायक दल का नेता चुनेंगे। डॉ. यादव की केंद्रीय नेतृत्व ने बड़ी जिम्मेदारी दी है। हरियाणा के विधानसभा चुनाव में भाजपा को लगातार तीसरी बार जीत हासिल हुई है। जीत के बाद पार्टी के आला नेताओं ने नए सरकार के गठन की प्रक्रिया तेज कर दी है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को हरियाणा में सरकार गठन के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। मुख्यमंत्री बनने के बाद दूसरे राज्य में डॉ. मोहन यादव को बड़ी जिम्मेदारी पहली बार मिली है। केंद्रीय नेतृत्व के इस फैसले मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का कर बढ़ा है। केंद्र की सियासत में दखल भी बड़ा है। इस फैसले से सीएम केंद्रीय नेतृत्व के और करीबी बनकर उभरे हैं।
भाजपा ने बुधवार को चंडीगढ़ में विधायक दाल का नेता चुनने के लिए विधायकों की बैठक बुलाई है। इसी बैठक में शाह के साथ मुख्यमंत्री यादव भी हरियाणा जाएंगे और विधायक दल का नेता चुनने में अहम भूमिका निभाएंगे। मुख्यमंत्री ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान कई विधानसभा क्षेत्रों में प्रचार भी किया था। इसमें से बार सीटों पर भाजपा को जीत मिली है। उन्होंने भाजपा की योजना के अनुरूप पार्टी का जोरदार प्रचार किया था। उन्होंने भिवानी, तोशाम, दादरी और बवानी खेड़ा जैसी प्रमुख सीटों पर प्रचार किया था, जहां भाजपा के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की।
भिवानी से मनश्याम सर्राफ, तोशाम से श्रुति चौधरी, दादरी से सुनील सतपाल सांगवान और बपानी सोड़ा से कपूर सिंह वाल्मीकि ने जीत दर्ज की है। हरियाणा की राजनीति में जातिगत फैक्टर बहुत महत्वपूर्ण होता है। यहां पर राज्य के पश्चिमी हिस्से में जाट समुदाम राजनीतिक समीकरणों में उलटफेर करता है. लेकिन कुछ समय से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जाट राजनीति को प्रभावित किया है। यहां पर ओबीसी और अहिरवाल बेल्ट में भाजपा की तरफ लोग आकर्षित हुए है। डॉ. मोहन यादव जैसे भाजपा नेताओं ने अहिरवाल बेल्ट में मतदाताओं को प्रभावित किया है।