अमेठी: कागजी खानापूर्ति के अभाव में बंद पीसीएफ केंद्र, किसानों की बढ़ती मुश्किलें

खबर डिजिटल संपादक डॉ धर्मेंद्र तिवारी | भेटुआ, अमेठी: कृषि संकट से जूझ रहे किसानों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं क्योंकि बीते तीन सालों से नौगिरवा में स्थित पीसीएफ केंद्र कागजी खानापूर्ति के अभाव में बंद पड़ा हुआ है। यह केंद्र कभी किसानों को समय पर उर्वरक उपलब्ध कराने का प्रमुख स्रोत हुआ करता था, लेकिन अब इस पर लटका ताला किसानों की उम्मीदों को तोड़ रहा है।

प्रत्येक बुवाई के मौसम में किसान इस आस में केंद्र का रुख करते हैं कि शायद इस बार केंद्र खुल जाए और उन्हें उर्वरक मिल सके। किसान पवन कुमार सिंह, अवधेश तिवारी, सुरेश सिंह और अन्य किसानों का कहना है कि इस केंद्र का खुलना अत्यंत आवश्यक है। वे प्रशासन से अपील कर रहे हैं कि इस दिशा में जल्द से जल्द ठोस कदम उठाए जाएं।

पीसीएफ प्रभारी अमेठी, मोनिक सिंह ने बताया कि वहां का कर्मचारी टर्मिनेट हो चुका है और जनपद में केवल 12 कर्मचारियों का स्टाफ उपलब्ध है, जिसके कारण गोदाम संचालन में कठिनाई हो रही है। हालांकि, जल्द ही किसी समिति के तहत इसे उपकेंद्र के रूप में चलाने की योजना बनाई जा रही है ताकि किसानों को राहत मिल सके।

अब देखना यह है कि कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद यह केंद्र कब तक चालू हो पाएगा, क्योंकि किसानों के लिए हर गुजरता दिन उनके खेती के कार्यों में देरी और दिक्कतें ला रहा है।

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