शिक्षक दिवस विशेष : मरते दम तक बच्चों के जीवन में बदलाव लाने की चाह...

खबर डिजिटल, अमेठी संपादक डॉ धर्मेंद्र कुमार तिवारी की रिपोर्ट... 

Teacher's Day Special Story: जीवन की अंतिम सांसों तक कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ते रहने के संकल्पों के साथ जीवन को शिक्षा की धुरी मानकर चलने वाले शिक्षक वीरों से दुनिया भरी है। आज उन्हीं शिक्षको के दिखाए रास्ते पर चलकर अनेकों लोगों का जीवन अंधकार से प्रकाश में बदल गया है ,यही नहीं शिक्षको से सही राह पाकर तमाम लोग कोसों दूर तक खुद को प्रकाशित करने के साथ समाज को भी प्रकाशित,विकसित,पुष्पित और पल्लवित करने में अपनी महती भूमिका निभा रहे हैं। ऐसे जज्बे और जुनून वाले शिक्षकों में से एक शिक्षक ऐसे भी हैं जो सेवानिवृति को महज एक औपचारिकता समझ आज भी बच्चों को बिना किसी शर्त और धन के उन्हें आगे बढ़ाने को कृत संकल्पित हैं। 

अस्सी के दशक में जौनपुर जनपद से आकर सुलतानपुर अमेठी की सीमा पर स्थित श्री हनुमत इंटर कॉलेज Shri Hanumat Inter College में बतौर गणित विषय के शिक्षक के रूप में नियुक्ति पाने वाले लाल साहब सिंह mathematics teacher Lal Sahab Singh के नाम से आज अधिकारी बन गए तत्कालीन विद्यार्थियों का सिर उनकी कर्मठता को याद कर श्रद्धा से झुक जाता है। करीब दस साल पहले साल 2013 में जब वे सरकारी सेवा से मुक्त हुए तो उन्होंने अपने गृह जनपद न लौटकर इसी क्षेत्र में रहने का संकल्प लिया और यहीं के होकर रह गए। 

गणित विषय में महारत हासिल प्राप्त शिक्षक सेवानिवृति से लेकर आज तक आर्थिक रूप से कमजोर लेकिन आगे बढ़ने की चाहत रखने वाले बच्चों को बिना किसी धन के पढ़ाते चले आ रहे हैं। जाड़ा हो या गर्मी या फिर बारिश , बच्चों के आते ही वे अपने पारिवारिक जिम्मेदारियों को दरकिनार कर बच्चों को नियम से पढ़ाने बैठ जाते हैं। 

खबर डिजिटल, अमेठी संपादक डॉ धर्मेंद्र कुमार तिवारी से बातचीत में शिक्षक लाल साहब सिंह ने बताया कि अपने ज्ञान ,कौशल और सूत्रों को सरलतम ढंग से बताने में मन को बेहद शांति मिलती है,अब न धन की चाह है, न यश की ,बस चाह है तो मरते दम तक ऐसे अनेकों बच्चों के जीवन में बदलाव लाने और कुशल करने की , जिसमे वे धन के बिना वंचित रह जाते। शिक्षण के अलावा फूल पत्तियों में शौक रखने वाले शिक्षक लाल साहब सिंह कहते हैं कि हम अपना जीवन सार्थक तभी मानेंगे जब अंतिम सांस तक हमरा ज्ञान बंटता रहेगा ।

Share:

Next

शिक्षक दिवस विशेष : मरते दम तक बच्चों के जीवन में बदलाव लाने की चाह...


Related Articles


Leave a Comment