एमेज़ॉन में भूतपूर्व सैनिक नवाचार को दे रहे हैं बढ़ावा,पढ़ें कहानी सेना में रह चुकी मेघा सिन्हा की

इस स्वतंत्रता दिवस पर देश आजादी के उत्साह में सराबोर होने के लिये तैयार है और हम न सिर्फ देश की आजादी का, बल्कि ऐसे लोगों की उल्लेखनीय कहानियों का भी जश्न मनाएंगे, जिन्होंने अनूठे तरीकों से देश के विकास एवं प्रगति में योगदान दिया है। एमेज़ॉन में भूतपूर्व सैनिक नवाचार को बढ़ावा दे रहे हैं और ग्राहक अनुभव को बेहतर बना रहे हैं। भूतपूर्व सैनिकों के लिये मजबूत व्यवस्था और समर्पित कार्यक्रम के साथ, एमेज़ॉन उनका स्वागत करता है और सफल कॉर्पोरेट कॅरियर बनाने में उनकी सहायता करता है।
ऐसी ही एक उल्लेखनीय कहानी सेना में रह चुकी मेघा सिन्हा की है, जिन्होंने सशस्त्र बल से कॉर्पोरेट रूम्स का रुख किया है। भारतीय नौसेना में शानदार काम करने से लेकर एमेज़ॉन इंडिया में ऑपरेशंस मैनेजर की भूमिका तक, मेघा किसी भी नई चीज को अपनाने और नेतृत्व के उत्साह का एक जीता-जागता उदाहरण हैं।
मेघा 2010 में भारतीय नौसेना की नेवल एयर ऑपरेशंस कैडर में थीं और अपने 10 साल के कार्यकाल में उन्होंने उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल कीं। वह ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट की ऑपरेशंस ऑफिसर थीं और उन्होंने अपनी असाधारण योग्यता को साबित किया, जहां वह एकमात्र महिला अधिकारी की विशिष्ट भूमिका में थीं जिसने हथियारों को संभालने में अपनी दक्षता दिखाई।
वर्ष 2020 में एमेज़ॉन इंडिया में ऑपरेशंस मैनेजर बनने पर मेघा के सफर में एक नए अध्याय की शुरुआत हुई। उन्होंने नौसेना में तेजी से फैसले लेने का जो कौशल विकसित किया, वह कॉर्पोरेट भूमिका में बड़ा काम आया, जहाँ वह ऑडिट्स और प्रोसेस इंजीनियरिंग का नेतृत्व करती हैं। वह क्षमता को बढ़ाने पर फोकस करती हैं, असोसिएट के अनुभव को बेहतर बनाती हैं और एमेज़ॉन की लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट साइट्स पर उत्पादकता को बढ़ाती हैं।
अपने सफर को लेकर मेघा ने बात करते हुए कहा, “नौसेना जैसे गतिशील और जोश से भरे वातावरण से आने के कारण मुझे कॉर्पोरेट की भूमिका में उस तरह के रोमांच की उम्मीद नहीं थी। लेकिन एमेज़ॉन इंडिया में मुझे वही रोमांच मिला। नवाचार पर लगातार ध्यान देना, संभावित चुनौतियों को हल करने की दृढ़ता और भविष्य के लिये उत्कृष्टता सुनिश्चित करने के लिये कुछ भी कर गुजरने के जुनून ने पहले दिन से मेरे उत्साह को बनाये रखा है।
एमेज़ॉन में भूतपूर्व सैनिक नवाचार को दे रहे हैं बढ़ावा,पढ़ें कहानी सेना में रह चुकी मेघा सिन्हा की