चॉइस इंटरनेशनल ने मध्यप्रदेश में खोलीं 14 नई शाखाएं

भोपाल : चॉइस इंटरनेशनल लिमिटेड ने एक महत्वपूर्ण विस्तार योजना को क्रियान्वित किया है, जिसके तहत इस वर्ष अप्रैल से मध्य प्रदेश में कुल 14 नई शाखाएं खोली गई हैं। इन शाखाओं में से 5 इस वित्तीय वर्ष में शुरू की गई हैं। शाखा नेटवर्क को और व्यापक बनाने का उद्देश्य राज्य में अपनी पहुंच और ग्राहक-केंद्रित विकास को तेजी से आगे बढ़ाना है।

ब्रोकिंग, एनबीएफसी, वेल्थ मैनेजमेंट और बीमा सलाह सहित वित्तीय सेवाओं के भारत के अग्रणी प्रदाताओं में से एक के रूप में, चॉइस इंटरनेशनल का मुख्य उद्देश्य भारत के टियर 2 से टियर 6 शहरों में वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना है।

उल्लेखनीय है कि निवेश और वित्त प्रबंधन के प्रति वैश्विक दृष्टिकोण ने डिजिटल संचालन को तेज़ी से एकीकृत किया है। एक तरफ डिजिटल प्रवृत्ति पूरे देश में तेजी से विस्तार हासिल कर रही है, दूसरी तरफ इसी माहौल में चॉइस इंटरनेशनल लिमिटेड अपने अग्रणी दृष्टिकोण के साथ सबसे अलग है। कंपनी ने फिजिकल और डिजिटल दुनिया को साथ मिलाते हुए अपनी विस्तार योजना तैयार की है। 

‘फ़िजिटल’ कुछ लोगों के लिए नया हो सकता है, लेकिन यह कई अर्थव्यवस्थाओं द्वारा पसंद किया जाता है। इस दृष्टिकोण ने भागीदारी के दायरे को बढ़ाकर समावेशन के अंतर को दूर करने में मदद की है। इस एप्रोच में डिजिटल क्षमताओं के साथ फिजिकल मौजूदगी को सहजता से इंटीग्रेट किया जाता है और विभिन्न तरीकों से ग्राहकों की पहुंच में सुधार किया जाता है। फाइनेंस की दुनिया में यह मॉडल आयु/आबादी संबंधी असमानता को कम करने का एक शानदार तरीका है। यह तकनीक-प्रेमी पीढ़ी और व्यक्तिगत रूप से बातचीत करने वालों की सहायता करने वाली दोनों ही पीढ़ी की जरूरतों को पूरा करता है।

एक तरफ अनेक वित्तीय संस्थान अपने शाखा नेटवर्क को छोटा कर रहे हैं, इसलिए चॉइस इंटरनेशनल अपनी फिजिकल उपस्थिति का विस्तार करके इस धारा के विरुद्ध तैर रहा है। मध्यप्रदेश में 14 नई शाखाएं भोपाल, ग्वालियर, इंदौर और जबलपुर जैसे प्रमुख स्थानों पर फैली हुई हैं, जो इस क्षेत्र में एक विश्वसनीय वित्तीय भागीदार बनने के कंपनी के दृष्टिकोण को दर्शाती हैं। प्रत्येक शाखा अत्याधुनिक सुविधाओं और कुशल पेशेवरों की एक टीम से सुसज्जित है जो ग्राहकों को उनकी वित्तीय ज़रूरतों में सहायता करने के लिए तैयार हैं।

वित्तीय क्षेत्र में भरोसा एक बहुत जरूरी फैक्टर है, और यह विशेष रूप से टियर 2 से टियर 6 शहरों में सच है, जहां व्यक्तिगत संबंध और सामुदायिक प्रतिष्ठा एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। डिजिटल सुविधा के साथ एक ठोस उपस्थिति प्रदान करके निर्भरता बनाने और उसे मजबूत करने में फिजिटल मॉडल महत्वपूर्ण है।

चॉइस इंटरनेशनल लिमिटेड के सीईओ, सीए अरुण कुमार पोद्दार ने अपना विज़न साझा करते हुए कहा, ‘‘हमारा फिजिटल मॉडल डिजिटल इनोवेशन और इन-पर्सन गाइडेंस के बेहतरीन संयोजन के ज़रिए वित्तीय सेवाओं के भविष्य का मार्ग प्रशस्त करता है। हालांकि डिजिटल समाधान ही आगे बढ़ने का रास्ता है, लेकिन व्यक्तिगत संपर्क अभी भी महत्वपूर्ण है, खासकर वित्तीय समावेशन को आगे बढ़ाने के लिए। मध्य प्रदेश में यह बस शुरुआत है; हमारा मानना है कि इस मॉडल में विभिन्न राज्यों में सफल होने की बहुत संभावना है। ये नई शाखाएं न केवल रोज़गार के अवसर पैदा करती हैं और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देती हैं, बल्कि अपने समुदायों के लिए महत्वपूर्ण योगदानकर्ता भी बनती हैं।’’

चॉइस इंटरनेशनल एक ऐसे भविष्य की कल्पना करता है, जहां हर शाखा एक पर्सनल टच के साथ डिजिटल इनोवेशन का केंद्र बने और अत्याधुनिक सेवाएं प्रदान करे। रणनीति को सुव्यवस्थित संचालन और बढ़ी हुई ग्राहक संतुष्टि के साथ एक परस्पर जुड़े ईको सिस्टम को बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। फिजिटल मॉडल के माध्यम से मध्य प्रदेश में हाल ही में हुआ विस्तार कंपनी की विकास यात्रा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इनोवशन को अपनाने और ग्राहकों की ज़रूरतों पर ध्यान केंद्रित करके, चॉइस इंटरनेशनल अपनी सफलता की गति को जारी रखने के लिए अच्छी स्थिति में है, जिससे सभी के लिए वित्त अधिक सुलभ और सुविधाजनक बन जाएगा।

 

 

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