मध्यप्रदेश भाजपा विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी ने सभी पदों से दिया इस्तीफा

MLA Virendra Raghuvanshi resign : बीजेपी को कोलारास विधानसभा से बड़ा झटका लगा है। भाजपा विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया हैं। उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंघिया और उनके मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया पर र्भ्ष्टाचार के आरोप लगाए है। वीरेन्द्र खटीक ने कहा है कि उन्होंने कई बार मुख्यमंत्री से बार-बार निवेदन किया, लेकिन उनकी बात को अनसुनी कर दिया गया। इसी से त्रस्त आकर दिया इस्तीफा दिया है। उन्होनंे आगे चुनाव लड़ने को लेकर कहा है कि ये बाद का विचार है जनता कहेगी तो सोचा जाएगा।

भाजपा विधायक वीरेन्द्र रघुंवशी ने अपने इस्तीफे में कहा है कि आज भारी मन से भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता एवं विशेष आमंत्रित कार्यसमिति के पद से मैं अपना इस्तीफा दे रहा हूँ। पूरे ग्वालियर-चंबल संभाग में मेरे जैसे पार्टी के कई कार्यकर्ताओं की उपेक्षा नवागत भाजपाई करते रहे। जबकि हमने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में पूरी इमानदारी से काम किया। विधायक रघुवंशी ने आगे लिखा है कि शिवपुरी जिले एवं कोलारस विधानसभा में भ्रष्ट अधिकारियों की पोस्टिंग सिर्फ इस इसएि की जा रही है, ताकि वे मेरे हर विकास कार्य में रूकावटें उत्पन्न कर सकें व मुझे एवं मेरे कार्यकर्ताओ को परेशान कर सकें। सिंधिया जी ने यह कह कर कांग्रेस की सरकार गिराई थी कि किसानों का 02 लाख का कर्जा माफ नहीं किया जा रहा पर भाजपा की सरकार बनने के बाद सिंधिया जी ने किसान कर्ज माफी करना तो दूर आज दिन तक कर्जमाफी की बात तक नहीं की। 

उन्होंने आगे लिखा कि सरकार के मंत्री एवं प्रशासन के अधिकारी भ्रष्टाचार में डूब गए हैं। शिवपुरी जिले के प्रभारी मंत्री ने स्वयं मेरे विधानसभा क्षेत्र में रिश्वत मांगने के मामले में कहा कि मंदिर में भी प्रसाद चढाते हैं, यह उसी तरह का नेग हैं और नेग तो देना पडेगा”  भ्रष्टाचार ने प्रदेश को शर्मसार किया है, प्रशासन निरंकुश है, भाजपा के कार्यकर्ताओं और नेताओं की कोई सुनवाई नहीं है।

आपको बता दें कि साल 2013 में वीरेन्द्र खटीक यशोधरा राजे सिंधिया से चुनाव हारे थे। इसके बाद वह भाजपा में शामिल हुए और पार्टी ने 2018 कोलारस से उम्मीदवार बनाया। रघुवंशी ने कोंग्रेस के महेंद्र यादव को 735 बोटों से हराया था और विधायक चुने गए थे। 

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